Prevention of Sexual Harassment at Workplace - Certified by National Commission for Women & JSI (हिंदी)
- अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध
- प्रमाणपत्र
Rs 499
Rs 499
( inclusive of gst )
जानकारी
प्रशिक्षण की जानकारी वर्तमान में, सभी क्षेत्रों में - जैसे कि राजनीति, समाजीकरण, व्यवसाय और अन्य सभी क्षेत्र - महिलाएँ भेदभाव का सामना करतीं हैं, भले ही वे पुरुषों के साथ काम कर रहे हों, जो कार्यस्थल में लैंगिक उत्पीड़न के लिए अग्रणी हैं। सभी का 'सुरक्षित कार्यस्थल' होना यह संवैधानिक अधिकार है। इसलिए, भारत सरकार ने “कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न से संरक्षण (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम, 2013” पारित किया, जिसे POSH अधिनियम के रूप में जाना जाता है। प्रत्येक संगठन / कंपनी को इस अधिनियम का पालन करना आवश्यक है।
POSH अधिनियम के अनुसार, हर एक कर्मचारी को इस अधिनियम के बारे में जानकारी होनी चाहिए। ‘लैंगिक उत्पीड़न’ का क्या अर्थ है ? और अगर लैंगिक उत्पीड़न हुआ तो निवारण प्रक्रिया किस प्रकार होती है आदि की जानकारी इस पाठ्यक्रम से मिलती हैं। यह पाठ्यक्रम कानून से भी परे इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी प्रदान करता है। जैसे, लैंगिक उत्पीड़न के पूर्वलक्षण या कोई व्यक्ति लैंगिक उत्पीड़न रोकने के लिए परिवर्तन कैसे ला सकती है और इस प्रकार कार्यस्थल में सुरक्षा, विश्वास और न्याय का माहौल कैसे बनाए’ रखा जा सकता है, यह हम समझ सकते हैं।